"मैं जिन्दा हूं" प्रमाणपत्र जमा करने बैंक में परेशान हो रहे है पेंशनर्स

पेंशनभोगी सेवानिवृत कर्मचारियों में पेंशनर्स और परिवार पेंशनरों को मैं "जिन्दा हूं" प्रमाणपत्र जमा करने में बैंक व्यवस्था में कमी के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बुजुर्ग पेंशनरों को बैंक स्टाफ की कमी से अत्यधिक समय लग जा रहा है। रायपुर स्थित कचहरी शाखा स्टेट बैंक में जीवन के अंतिम पड़ाव में पहुंच चुके पेंशनरो के लिए बैंक में सही स्थान पर बैठक की समुचित व्यवस्था न होना और जटिल प्रक्रिया बना देने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बैंको में जीवन प्रमाण पत्र जमा करने में अलग अलग तरीका अपनाया जा रहा है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ही रायपुर के अन्य शाखा में कचहरी शाखा से पृथक प्रक्रिया अपनाई जा रही है, कचहरी शाखा में फार्म पर फोटो चिपकाना, पंजीकृत मोबाइल रखना, जीवन प्रमाण पत्र फार्म अलग काउंटर में लाइन में लगकर जमा करने बाद बैंक के प्रवेश द्वार गली में फिर से बैंक स्टाफ से नया फोटो खिंचवाने के लिए खड़े रहकर एक बार फिर से बारी का इंतजार करना पेंशनरों के लिए बहुत कष्टप्रद हो रहा है।जबकि रायपुर के ही अन्य स्टेट बैंक शाखा में तथा अन्य राष्ट्रीकृत बैंक में ऐसी प्रक्रिया नहीं है। जारी विज्ञप्ति में उक्त जानकारी देते हुए में भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने जिला प्रशासन को संज्ञान में लेकर पेंशनरों को राहत प्रदान करने की मांग की है। जारी विज्ञप्ति में भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव,कार्यकारी प्रांताध्यक्ष जे पी मिश्रा तथा रायपुर जिला के अध्यक्ष आर जी बोहरे ने जीवन प्रमाण पत्र जमा करने में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया कचहरी शाखा रायपुर द्वारा बुजुर्ग पेंशनरों को अनावश्यक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है।

नवंबर 15, 2024 - 13:59
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"मैं जिन्दा हूं" प्रमाणपत्र जमा करने बैंक में परेशान हो रहे है पेंशनर्स