प्रदेश के जल, जंगल, जमीन को बेचकर छत्तीसगढ़ियों को गुलाम बनाने की साजिश रच रही भाजपा सरकार: कांग्रेस

जुलाई 23, 2025 - 13:39
 0  26
प्रदेश के जल, जंगल, जमीन को बेचकर छत्तीसगढ़ियों को गुलाम बनाने की साजिश रच रही भाजपा सरकार: कांग्रेस


भाजपा के इशारे पर ईडी की कार्रवाई व अडानी के विरोध में कांग्रेस जनों ने किया एनएच में चक्काजाम
महासमुंद। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी पर ईडी के विरोध में आज प्रदेश कांग्रेस के आव्हान पर तुमगांव ज्ञानी ढाबा के पास एनएच 53 में कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. रश्मि चंद्राकर के नेतृत्व व प्रभारी अमर अरुण चंद्राकर की उपस्थिति में कांग्रेस जनों ने चक्काजाम कर दिया। इस दौरान कांग्रेस जनों ने अभी तो अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है
ईडी व अडानी भगाओ छत्तीसगढ़ बचाओ जैसे नारे लगाए। 12 से 2 बजे तक चले दो घंटे के इस विरोध-प्रदर्शन के दौरान नेशनल हाईवे में छोटे बड़े वाहन तथा मालवाहकों की लंबी कतार लग गई। कांग्रेसी रोड पर बैठकर भाजपा के इशारे पर ईडी की द्वेषपूर्ण कार्रवाई तथा अडानी द्वारा प्रदेश के हरे भरे जंगलों की कटाई का विरोध कर रहे थे। 
चक्काजान को संबोधित करती हुई डॉ. रश्मि चंद्राकर ने कहा कि यह सरकार जनता के अधिकार व हक की बात करने वाले विपक्षी नेताओं को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों ईडी, आईटी आदि का राजनैतिक रूप से गलत उपयोग कर रही है। प्रदेश के जल, जंगल, जमीन को अडानी जैसे उद्योग पतियों को बेचा जा रहा है। आदिवासियों से उनकी जमीनें छीनी जा रही है, जंगलों की अवैध कटाई कर रही है। और इसका विरोध करने वाले विपक्षी नेताओं को ईडी,  आईटी का डर दिखाकर दबाने का प्रयास कर रही है। भूपेश बघेल जैसे शसक्त नेता को डराने में कामयाब नहीं हुए तो उनके निर्दोष बेटे को झूठे आरोप में फसाया जा रहा है। डॉ रश्मि चंद्राकर ने कहा कि क्या ईडी निष्पक्ष तरीके से भाजपा के नेताओं की और उनसे जुड़े मामलों की जांच करेगी ?
सेंट्रल एजेंसीयों का वर्किंग पैटर्न देख कर कोई आम इंसान भी आसानी से बता देगा कि ये केवल दिल्ली में बैठे लोगों के इशारों पर उनके राजनैतिक मंसूबों को पूरा करने के लिए उन्हीं के द्वारा दिए गए टारगेट और हिटलिस्ट पर काम करते हैं
वर्तमान में केंद्रीय एजेंसियों का निष्पक्षता और पारदर्शिता से कोई रिश्ता नहीं हैं 
जिला पंचायत के पूर्व सभापति अमर अरुण चंद्राकर ने कहा कि विधान सभा सत्र के अंतिम दिन पूर्व सीएम श्री भूपेश बघेल अडानी द्वारा प्रदेश की जंगलों की कटाई का मुद्दा सदन में उठने वाला था। इस मुद्दे पर यदि सदन में चर्चा होती तो निश्चित ही प्रदेश की जनता के समक्ष भाजपा बेनकाब हो जाता। इसी डर से भाजपा की सरकार ने उनके निवास पर ईडी भेजा। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेंद्र चंद्राकर ने कहा कि देश में जहां जहां भाजपा की सरकार है वहां के जल जंगल जमीन को अडानी का अंबानी के हाथों सौंप दिया गया है। आदिवासियों की भूमि को छीनकर यह सरकार उन्हें भूमिहीन बनाने की योजना पर काम कर रही है। भाजपा एक कॉरपोरेट सरकार है, जो कभी नहीं चाहती कि किसान, आदिवासी अपने जमीनों पर खेती करे। भाजपा हर वर्ग को केवल मजदूर व नौकर बनाना चाहती है, इसलिए प्रदेश के बांधों, जलाशयों की पानी किसानों को न देकर उद्योगों को दिया जा रहा, जंगलों पर प्रदेश के असली मालिक छत्तीसगढ़ियों आदिवासियों का हक है उसे अडानी को तथा जमीनों को भू माफियों के हवाले कर दिया गया है। ग्रामीण अध्यक्ष ढेलू निषाद ने कहा कि सरकार का तानाशाही पूर्ण रवैया चरम पर है, किसानों, मजदूरों, छत्तीसगढ़ियों के अधिकार की बात करने पर झूठे आरोप मढ़कर लोकतंत्र की आवाज को दबा रही है, आने वाले समय में प्रदेश की जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। 
चक्काजाम के दौरान प्रमुख रूप से पूर्व जिलाध्यक्ष मोहित ध्रुव, नगर पालिका महासमुंद अध्यक्ष निखिलकांत साहू, महासमुंद शहर ब्लॉक अध्यक्षखिलावन बघेल, महासमुंद ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष ढेलु निषाद,वरिष्ठ नेता अरुण चंद्राकर, मनोज कांत साहू, सचिन गायकवाड, हेमंत डडसेना, खोम सिंह, द्रोण चंद्राकर, रमन सिंग ठाकुर, संतोष कुमार धीवर, चेतन लाल साहू, पुनाराम धृतलहर, गिरधर आवड़े, शिव यादव, जितेंद्र यादव, धर्मेंद्र धीवर, पार्षद लता यादव, राहुल यादव, सुनील शर्मा, सिद्धांत साहू, सोमेश दवे, प्रदीप चंद्राकर, गौरव चंद्राकर, मिंदर चावला, शाहबाज रजवानी, रत्नेश साहू, शुभम चंद्राकर, पार्षद मुस्ताक खान, जय देवांगन, गुलशन साहू, राजेंद्र साहू, जावेद चौहान, सागर डोंगरे, राजेश जैन, शिव बघेल, शनि महानंद, गुरमीत चावला, सतीश कनोजे, निर्मल जैन, तुलसी साहू, हुलास गिरी, हर्षित चंद्राकर, नितेंद्र बनर्जी, लहरी सिंह ठाकुर, सेवाराम कुर्रे, वीरेंद्र चंद्राकर, रेखराज पटेल, वेद प्रकाश साहू, राहुल आवड़े, मुकेश सिंह ठाकुर, पुनाराम घृतलहरे, व्यास नारायण साहू, केवल रेला, राकेश यादव, जगन्नाथ खरवार पूर्व सरपंच बास्कुडा, केशव चौधरी, लाल सिंह ध्रुव आदि उपस्थित थे।