-ले देख ले जी भैरा सुनीता विलियम्स ह अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ले फेर नइ लहुट पाइस काहत हें....

-ले देख ले जी भैरा सुनीता विलियम्स ह अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ले फेर नइ लहुट पाइस काहत हें. -हव जी कोंदा जेन यान ह उनला लाने बर गे रिहिसे तेला जुच्छा आगे काहत हें. -फेर मोला ए समझ म नइ आवय संगी के वो मन अंतरिक्ष म कहाँ ले हवा पानी पावत होहीं, इहाँ धरती म तो इंकर बिना चार घड़ी के पहवई ह घलो लट्टे पट्टे हो जाथे, आखिर जरूरत तो उहों परत होही ना? -जरूरत कइसे नइ परही जी.. अमेरिका म अलबामा मार्शल फ्लाइट सेंटर के कार्टर ह एक जानकारी म बताय हे- हर अंतरिक्ष यात्री ल पीये अउ आने उपयोग खातिर रोज 12 गैलन पानी लागथे, तेकर बर नासा ह उहाँ एक जल प्रणाली बनाय हे, जेन ह पर्यावरण ले उपलब्ध पीये के लाइक तरल पदार्थ के आखिरी बूंद तक ल नीचो लेथे. एकर छोड़े अंतरिक्ष यात्री मनला फिल्टर पानी मिलथे, जेमा शॉवर के पानी घलो शामिल रहिथे. -वाह भई.. शॉवर के पानी मतलब नहाय-धोय सबो ह! -हव.. वो सबो ल फिल्टर कर के उपयोग के लाइक बनाए जाथे, जेकर स्वाद ह बोतल बंद पानी बरोबर रहिथे.

सितम्बर 10, 2024 - 15:00
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-ले देख ले जी भैरा सुनीता विलियम्स ह अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ले फेर नइ लहुट पाइस काहत हें....