खेल के माध्यम से विश्वास और विकास की नई गाथा-बस्तर ओलंपिक 2025

अक्टूबर 28, 2025 - 10:49
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खेल के माध्यम से विश्वास और विकास की नई गाथा-बस्तर ओलंपिक 2025

43 हज़ार से अधिक प्रतिभागी अपना हुनर दिखाने तैयार
बस्तर ओलंपिक का जिलास्तरीय शुभारंभ 28 को
सुकमा, 28 अक्टूबर 2025/कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन और जिला सीईओ श्री मुकुन्द ठाकुर के मार्गदर्शन में ‘बस्तर ओलंपिक 2025’ की तैयारियां जिले में युद्धस्तर पर की जा रही हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर यह आयोजन दिनांक 28 एवं 29 अक्टूबर 2025 को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन द्वारा विभिन्न विभागों के अधिकारियों को पंचायतवार दायित्व सौंपे गए हैं, जिससे प्रत्येक ग्राम में खेल महोत्सव का उत्साहपूर्ण माहौल बने।
43,000 से अधिक प्रतिभागी कृ बस्तर की ऊर्जा का प्रमाण
सुकमा जिले में अब तक 43,099 प्रतिभागियों ने पंजीयन कराया है, जिसमें 19,414 पुरुष और 23,685 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। जिसमे कोंटा विकासखंड - 11,185 प्रतिभागी, सुकमा विकासखंड दृ 13,906 प्रतिभागी और छिंदगढ़ विकासखंडदृ सर्वाधिक 18,008 प्रतिभागी शामिल होंगे। बस्तर ओलंपिक में व्यापक भागीदारी दर्शाती है कि बस्तर के युवा अब खेलों के माध्यम से आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं।
बस्तर ओलंपिक - खेल और सामाजिक परिवर्तन का संगम
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने कहा कि बस्तर ओलंपिक केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि जनता और शासन के बीच विश्वास का सेतु है। इस आयोजन का उद्देश्य है ग्रामीण प्रतिभाओं को पहचानना, युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ना तथा ‘स्पोर्ट्स फॉर पीस’ के माध्यम से शांति, विश्वास और सामाजिक एकता को बढ़ावा देना।
प्रधानमंत्री ने भी किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में उल्लेख किया था कि “बस्तर ओलंपिक केवल खेल नहीं, बल्कि विकास और विश्वास की यात्रा है, जहां नई पीढ़ी अपने भविष्य को आकार दे रही है।”
स्थानीय और आधुनिक खेलों का संगम
इस महोत्सव में पारंपरिक एवं आधुनिक दोनों प्रकार के खेल शामिल किए गए हैं एथलेटिक्स, तीरंदाजी, फुटबॉल, बैडमिंटन, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, कराते, वेटलिफ्टिंग, हॉकी आदि।
साथ ही बस्तर की परंपरा से जुड़े स्थानीय खेलों को भी मंच दिया गया है, ताकि क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत नई पीढ़ी तक पहुंचे।
समावेशिता की अनूठी पहल
जूनियर (14-17 वर्ष) और सीनियर वर्ग के अतिरिक्त, इस बार विशेष रूप से नक्सल हिंसा से दिव्यांग हुए व्यक्ति तथा आत्मसमर्पित नक्सली युवाओं को भी प्रतियोगिता में शामिल किया गया है। यह प्रशासन की समावेशी नीति और खेल के माध्यम से पुनर्वास की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
तीन चरणों में प्रतियोगिताएं एवं पारदर्शी पुरस्कार वितरण
प्रतियोगिताएं तीन स्तरों पर आयोजित होंगी विकासखंड स्तर, जिला स्तर और संभाग स्तर। विजेताओं को नकद पुरस्कार, मेडल, ट्रॉफी और शील्ड प्रदान की जाएगी। सभी नगद पुरस्कार प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (क्ठज्) के माध्यम से खिलाड़ियों के बैंक खातों में जमा होंगे। संभागीय स्तर के विजेताओं को “बस्तर यूथ आइकॉन” के रूप में सम्मानित कर प्रचारित किया जाएगा।
वन भैंसा और पहाड़ी मैना कृ बस्तर की पहचान
‘बस्तर ओलंपिक 2025’ के शुभंकर वन भैंसा और पहाड़ी मैना हैं, जो बस्तर की जीवंतता, साहस और सामुदायिक एकता के प्रतीक हैं।
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव का संदेश
“बस्तर ओलंपिक बस्तर के हर गांव, हर युवा और हर परिवार का उत्सव है। यह आयोजन न केवल खेल प्रतिभाओं को पहचान देने का माध्यम है, बल्कि बस्तर में शांति, सौहार्द और विकास की नई रोशनी लेकर आया है।
‘बस्तर ओलंपिक 2025’ सरकार की ‘स्पोर्ट्स फॉर पीस’ नीति का सशक्त उदाहरण है। जहां खेल के मैदान पर जीत सिर्फ पदक की नहीं, बल्कि विश्वास, एकता और परिवर्तन की है। जिला प्रशासन के कुशल नेतृत्व में यह आयोजन बस्तर को राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर नई पहचान दिलाने के लिए तैयार है।