मो. अकबर पूर्व केबिनेट मंत्री बलोद जिला सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन देकर वन विभाग में नौकरी लगाने करोड़ों रुपिया वसूली करने वाले गिरोह के साथ बने हैं अपराधी न्यायालय में करें आत्म समर्पण- छसपा

रायपुर। राज्य आंदोलनकारी छत्तीसगढी समाज पार्टी एवं छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री अनिल दुबे,दाऊ जी. पी.चंद्राकर,दीनदयाल वर्मा,जागेश्वर प्रसाद,वेगेद्र सोनवेर,महेंद्र कौशिक, चेतन देवांगन,लालाराम वर्मा,छन्नू साहू,गोवर्धन वर्मा,बृजबिहारी साहू, विमल ताम्रकार,अशोक कश्यप, परसराम ध्रुव,जगदम्बिका साहू,दशरथ सिन्हा,हेमसागर पटेल,डेविड चंद्राकर, तोषण सिन्हा,लीलाधर पटेल,अलख साहू,रूपसिंग निषाद,अवध साहू आदि ने कहा है कि मो. अकबर पूर्व कैबिनेट मंत्री छत्तीसगढ़ शासन को नौकरी लगाने वाले गिरोह के साथ अपराधी बनाया गया है। एक शिक्षक ने आत्म हत्या कर ली है। जिस पर मो. अबकर जी ने सार्वजनिक बयान देकर कहा था कि मेरा नौकरी लगाने वाले गिरोह से संबन्ध नहीं है और मुझे बदनाम करने के लिए गिरोह के साथ फंसाया जा रहा है। जिस पर अग्रिम जमानत के लिए जिला सत्र न्यायालय बलोद से विधिवत आवेदन लगाकर अग्रिम जमानत मांगी थी। न्यायाधीश ने गंभीर टिप्पणी करते हुए आवेदन रद्द किया है। जिसमें पुलिस केश डायरी में बताया गया है आत्महत्या करने वाले ने मो अकबर का नाम लिखा है। ऐसी स्थिति में अब संविधान को मानने की दुहाई देने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री मो. अकबर को स्वयं न्यायालय में जाकर आत्म समर्पण करना चाहिए। जिससे न्यायालय पर उनका जो सार्वजनिक बयान प्रमाणित हो और पुलिस के हत्थे चढ़के बदनामी और अपमानित होने से भी बचें।

सितम्बर 12, 2024 - 22:33
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मो. अकबर पूर्व केबिनेट मंत्री बलोद जिला सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन देकर वन विभाग में नौकरी लगाने करोड़ों रुपिया वसूली करने वाले गिरोह के साथ बने हैं अपराधी न्यायालय में करें आत्म समर्पण- छसपा