भारत के गौरवशाली इतिहास में संस्कृत और संस्कृति का महत्वपूर्ण स्थान

संस्कृत भाषा भारत की प्राचीन तम भाषा है भारत के गौरवशाली इतिहास में संस्कृत और संस्कृति का महत्वपूर्ण स्थान है प्राचीन काल से ही संस्कृत भाषा में अनेक ग्रंथों की रचना ऋषियों ने विद्वानों ने की है संस्कृत भाषा मनुष्य को मनुष्य वत आचरण करने की शिक्षा प्रदान करती है संस्कृति एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए अनेकों काव्यों की रचना की गई है। संस्कृत भाषा भारतीय भाषाओं के साथ-साथ अनेकों विदेशी भाषाओं की भी जननी है। संस्कृत सप्ताह का आयोजन रक्षाबंधन के तीन दिन पूर्व और तीन दिन बाद तक मनाया जाता है इसी तारतम में शासकीय हाई स्कूल मुरा विकासखंड तिल्दा जिला रायपुर में संस्कृत सप्ताह का आयोजन विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य व संस्कृत विषय के व्याख्याता के मार्गदर्शन में किया गया जिसमें 40 बच्चों ने विभिन्न आकर्षक पोस्टर बनाकर तथा अनेकों बच्चों ने संस्कृत के गीत श्लोक सूक्तियां का वाचन कर बहुत उत्साह के साथ संस्कृत सप्ताह मनाया गया पूरे विद्यालय परिसर में जयतु संस्कृतम् जयतु भारतम के गगन भेदी नारे लगाए गए इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कनकी के संस्कृत व्याख्याता श्री राम जी निषाद ने संस्कृत भाषा की वैज्ञानिकता और उपयोगिता पर बच्चों को बताया इस कार्यक्रम में शासकीय हाई स्कूल मुरा के व्याख्याता श्री राजकुमार शुक्ला वह श्रीमती गुलाब विश्वकर्मा ने सहृदयता पूर्वक अपना अमूल्य सहयोग प्रदान किया। साथ ही शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला के प्रभारी प्रधान पाठक श्रीमती यशोदा वर्मा व प्राथमिक शाला मुरा के प्रधान पाठक श्री श्री सुबेसिंह ध्रुव सर ने भी बच्चों को संस्कृत भाषा के महत्व बताएं। पूरे विद्यालय परिवार के द्वारा अतिथि वक्ता श्री राम जी निषाद सर का शॉल व श्रीफल से सम्मान किया गया।

अगस्त 22, 2024 - 22:13
 0  136
भारत के गौरवशाली इतिहास में संस्कृत और संस्कृति का महत्वपूर्ण स्थान
भारत के गौरवशाली इतिहास में संस्कृत और संस्कृति का महत्वपूर्ण स्थान
भारत के गौरवशाली इतिहास में संस्कृत और संस्कृति का महत्वपूर्ण स्थान