*"आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी"*108 कुंडीय विश्व कल्याण गायत्री महायज्ञ का सिलघट में भव्य 4 दिवसीय आयोजन*

आओ गढ़ें संस्कार वान पीढ़ी के उद्देश्य से ग्राम सिलघट में 108 कुंडीय विश्व कल्याण गायत्री महायज्ञ का भव्य आयोजन हुआ।आयोजन की तैयारी के लिए परिजनो ने 1 साल पहले से पूरे लगन और तन्मयता के साथ अपना सहयोग समर्पित किया। 10 दिसम्बर 2025 से 13 दिसम्बर 2025 को ग्राम सिलघट (भिभौरी)जिला बेमेतरा छत्तीसगढ़ की पावन धरा में आयोजन ने अपने उद्देश्य को पूरा करते हुए विविध कीर्तिमान स्थापित किये जो क्षेत्र की उपलब्धियों के रूप में अग्रणी रही।सफल आयोजन शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन, अखिल विश्व गायत्री परिवार के सक्रिय सहयोग,क्षेत्रीय जन,ग्रामवासियों एवम महिला बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग से सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।चार दिवसीय आयोजन से समूचे क्षेत्र का वातावरण यज्ञमय,भक्तिमय एवम शांतिमय बना रहा जिसमे क्षेत्रवासियों सहित पूरे प्रदेश के लोगो द्वारा बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया गया।आयोजन में प्रतिदिन लोगो का उत्साह सराहनीय और दर्शनीय रहा।आयोजन ने चारों दिवस विविध कीर्तिमान स्थापित किये। *भव्य कलश यात्रा* आयोजन के प्रथम दिवस 10 दिसम्बर 2025 को आयोजन के प्रारम्भ में आयोजित कलश यात्रा से ही आयोजन की भव्यता परिलक्षित होने लगी। माताएं आयोजन स्थल से दूर बदना महादेव मंदिर भिभौरी में एकत्रित हुए वहां से सिर पर कलश धारण कर लगभग 6हजार माताओ की कतारबद्ध टोली के साथ 10हजार लोगों की उपस्थित में भव्य कलश यात्रा काफी दर्शनीय एवम यादगार रही। कलश यात्रा में सबसे सामने सात घोड़ो में सवार बालिकाएं भारतीय वीरांगनाओ के रूप में काफी आकर्षक लगने के साथ ही यह संदेश प्रेषित करते जा रही थी कि भारतीय माताएं जब जब देश की आन बान और शान के लिए आवश्यकता होती है तब तब मातृभूमि की सेवा खातिर सबसे सामने रहकर मोर्चा सम्हालती है और माँ भारती के स्वाभिमान का ध्वज वाहक बन आवश्यता पड़ने पर अपने प्राणों को भी माँ भारती के लिए समर्पित कर देती है।कलश यात्रा में क्षेत्रीय कलाकार जन विविध वेशभूषा, वाद्ययंत्र,सुमधुर संगीतमय एवम भक्तिमय संगीत के साथ आकर्षण के केंद्र रहे।कलश यात्रा बदना महादेव मंदिर भिंभौरी से प्रारम्भ होकर 6 कि मी दूरी चलकर ग्राम सिलघट के पुराने तालाब से जल लेकर आयोजन स्थल यज्ञशाला पहुची,जंहा परम पूज्य गुरुदेव आचार्य पंडित श्री राम शर्मा जी के सूक्ष्म संरक्षण में शांतिकुज हरिद्वार से पधारे अखिल विश्व गायत्री परिवार के टोली प्रमुख द्वारा विश्व कल्याण गायत्री महायज्ञ का ध्वजारोहन कर आयोजन का शुभारम्भ किया गया। कलश यात्रा में जामडी आश्रम पाटेश्वर धाम से पधारे पूज्य रामबालक दास जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे जो दो किलो मीटर रथ पर सवार होकर कार्यक्रम की गौरव बढा रहें थे। अध्यक्ष जिला पंचायत बेमेतरा कल्पना योगेश तिवारी ,पूर्व राज्य सभा सदस्य श्रीमती छाया वर्मा पूर्व विधायक अवधेश चंदेल जी सहित जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। कलशयात्रा पश्चात यज्ञ स्थल एवम आयोजन परिसर के दर्शन से जनसमूह मंत्रमुग्ध हो गए।प्रमुख आकर्षण के रूप में 12 ज्योर्तिलिंग प्रतीकों की स्थापना, मां गायत्री के 24रूप एवं अन्य देवी देवता एवं ऋषियों सहित प्रतिमाओं का मंदिर, भव्य 108 कुंडों के साथ सुंदर बागवानी से सजाएं गए यज्ञशाला का मनोरम प्राकृतिक सौंदर्य, गुरुदेव के विविध साहित्य कक्ष, माँ भगवती रशोई एवम भोजनालय,समस्त कार्यकर्ताओ का अपने अपने दायित्व का सन्तुलित निर्वहन का दृश्य आयोजन स्थल ग्राम सिलघट को भव्य एवम आध्यात्मिक वातावरण प्रदान कर रहा था। *परम आदरणीय माननीय चिन्मय पंड्या जी प्रतिकुलपति देव संस्कृति विश्वविद्यालय शान्तिकुंज हरिद्वार के मुख्य आतिथ्य एवम मार्गदर्शन में 108 कुंडीय विश्व कल्याण गायत्री महायज्ञ शुभारम्भ* आयोजन के द्वितीय दिवस 11 दिसम्बर 2025 को प्रातः माननीय चिन्मय पंड्या जी प्रतिकुलपति देव संस्कृति विश्व विद्यालय शान्तिकुंज हरिद्वार का पावन आगमन से सभी परिजन एवम कार्यकर्ता काफी उत्साहित हुए।चिन्मय पंड्या जी द्वारा यज्ञ स्थल निर्माण एवम भव्यता पर परिजनों की सराहना की गई।सभी उपस्थितो द्वारा डॉक्टर चिन्मय पंड्या जी का भव्य स्वागत किया गया।जिनमे प्रमुख रूप से पूर्व राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा,तोरण नायक,डॉक्टर खोमराम साहू जिला समन्वयक बेमेतरा, श्याम बैस, ललित टिकरिहा गोवर्धन साहू, सहित बड़ी संख्या में गायत्री परिवार के परिजन सम्मिलित रहे।डॉक्टर चिन्मय पंड्या जी द्वारा अपने प्रवचन में जनसमुह को गुरुदेव एवम माता जी के संदेशों से जोड़ते हुए व्यक्तित्व निर्माण के महत्व पर सभी को प्रेरित किया।उन्होंने आत्म देव के रूप में हम सभी के भीतर देवत्व की खोज और विश्व कल्याण,विश्व शांति एवम ईमानदारी पूर्वक निःस्वार्थ जन सेवा को प्रभुसेवा बताते हुए देश,समाज सहित समस्त जीवों के कल्याणार्थ हम सबके दायित्यों पर भी मार्गदर्शन प्रदान किया। उनके मार्गदर्शन में 108 कुंडीय विश्व कल्याण गायत्री महायज्ञ का शुभारम्भ हुआ।108 कुंडों में जोड़ो में विराजमान 108 जोड़ो के साथ उपस्थित उनके परिजन,अखिल विश्व गायत्री परिवार के समस्त सेवाभावी परिजनो के सहयोग से 108 कुंडीय विश्व कल्याण गायत्री महायज्ञ देवपूजन के साथ प्रारम्भ हुआ।वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ वेदियों में आहुति समर्पित करते जनसमूह आयोजन को भक्ति मय एवम समस्त उपस्थितों के हृदय में विश्व कल्याण की भावना प्रवाहित करती हुई प्रतीत हुई।डॉक्टर चिन्मय पंड्या जी का पावन सानिध्य ,108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ, माँ भगवती भोजनालय में सभी के लिए सुलभ सुव्यवस्थित भोजन, संगीत मय प्रवचन द्वितीय दिवस के प्रमुख आकर्षण रहे। *गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ 1056 गर्भवती माताओ का गर्भ संस्कार(पुंसवन संस्कार)समारोह ग्राम सिलघट* तृतीय दिवस 12 दिसम्बर को प्रतिदिन की भांति 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ आयोजन प्रारम्भ हुआ।वेदों में स्थापित मानव जीवन के प्रारम्भ के पूर्व और जीवन पर्यंत और उसके बाद तक होने वाले समस्त संस्कारो के महत्व पर संदेश मंच

दिसम्बर 21, 2025 - 14:17
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*"आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी"*108 कुंडीय विश्व कल्याण गायत्री महायज्ञ का सिलघट में भव्य 4 दिवसीय आयोजन*
*"आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी"*108 कुंडीय विश्व कल्याण गायत्री महायज्ञ का सिलघट में भव्य 4 दिवसीय आयोजन*